भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु
कांग्रेस का कहना है कि ED द्वारा कांग्रेस के भ्रष्टाचार की 751 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच करना लोकतंत्र की हत्या है। न राहुल गांधी होम वर्क करते हैं और न ही उनकी टीम होम वर्क करती है। भ्रष्टाचार करना या लूट करना लोकतंत्र की हत्या कैसे हो सकती है?
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भाजपा, कांग्रेस नेतृत्व खासकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा से सीधा सवाल पूछना चाहती है कि जब सार्वजनिक संपत्ति की लूट हुई है और अगर इस पर कार्रवाई की गई तो यह लोकतंत्र की हत्या कैसे हो गई?
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कांग्रेस परिवार को उनके द्वारा की गई लूट, भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का जवाब देना होगा और वो इससे भाग नहीं सकते। स्वतंत्रता संग्राम की विरासत को बंद करना और उससे किराया लेना अनैतिक है।
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कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई को अपने ही परिवार में समाहित कर लिया और फिर एक परिवार की बादशाहत शुरू कर दी। गांधी परिवार सिर्फ पार्टी और स्वतंत्रता आंदोलन की परंपरा ही नहीं कंट्रोल करता है बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन की संपत्ति को भी अपनी निजी संपत्ति मानता है।
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कांग्रेस का कहना है कि आजादी का आंदोलन कांग्रेस के एक परिवार की परंपरा है, इसलिए कांग्रेस पार्टी का नेता परिवार से होगा और दूसरा उस आंदोलन से जुड़े हुए अखबार हैं, उनके शेयर, उनकी संपत्ति भी कांग्रेस की संपत्ति है, यही नेशनल हेराल्ड घोटाले का पूरा सार है।
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कांग्रेस की सोच और उसकी हरकत भारत के लोकतंत्र में बहुत बड़ी गिरावट है, क्योंकि लोकतंत्र लोक लाज से चलता है और कांग्रेस क लाज कितना समझती है, वह पूरे देश के सामने है। कांग्रेस सब जगह चुनाव हार रही है।
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नेशनल हेराल्ड को आजादी के आंदोलन में कांग्रेस के विचारों को रखने के लिए बनाया गया था। अखबार जब बंद हो गया तो उस पूरी संपत्ति का व्यावसायिक उपयोग शुरू हो गया और फिर इसकी पूरी संपत्ति को परिवार के नाम कर दिया गया।
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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी ने सरकारी संपत्ति को निजी संपत्ति बना लिया। ये परिवार धोखे और नियमों का उल्लंघन कर व्यापार करता है। ये चाहते हैं कि ये भ्रष्टाचार करें, जनता को लूटें लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई न हो।
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2014 में भाजपा की सरकार बनने से पहले ही इन (गांधी परिवार) पर नेशनल हेराल्ड घपले के मामले में एक शिकायत दर्ज की गई। इस शिकायत पर सोनिया गांधी और पुत्र राहुल गांधी को कहीं रियायत नहीं मिली। आयकर विभाग की कार्रवाई में लेनदेन को फ्रॉड पाया गया और इन्हें पूरा टैक्स भरने के लिए कहा गया।
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ट्रायल कोर्ट द्वारा दिए गए समन में लिखा है कि “ये पाया गया है कि यंग इंडिया सार्वजनिक पैसे को निजी पैसे में बदलने और ₹2 हजार करोड़ की संपत्ति पर कब्जा करने के लिए संगठित की गई कंपनी है”।
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इस मामले में धारा 420 जैसी कई गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं, आयकर विभाग इनके ऊपर कार्रवाई कर चुका है और आज जब इनके ऊपर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई हुई है। कांग्रेस जब चुनाव हारने के कगार पर है तो कह रही है कि लोकतंत्र की हत्या हुई है।
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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने आज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया और नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा ₹750 करोड़ की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई पर कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं के कमेंट देखकर वे आश्चर्यचकित हैं क्योंकि कांग्रेस का कहना है कि यह लोकतंत्र की हत्या है। न राहुल गांधी होम वर्क करते हैं और न ही उनकी टीम होम वर्क करती है। भ्रष्टाचार करना या लूट करना लोकतंत्र की हत्या कैसे हो सकती है? उन्होंने भाजपा, कांग्रेस नेतृत्व खासकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा से सीधा सवाल पूछना चाहती है कि जब सार्वजनिक संपत्ति की लूट हुई है और अगर इस पर कार्रवाई की गई तो यह लोकतंत्र की हत्या कैसे है?
श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस का कहना है कि आजादी की लड़ाई में उन लोगों ने काम किया है, लेकिन पहले इन्होंने आजादी की लड़ाई को अपने ही परिवार में समाहित कर लिया और फिर एक परिवार की बादशाहत शुरू कर दी। गांधी परिवार सिर्फ पार्टी और स्वतंत्रता आंदोलन की परंपरा ही नहीं कंट्रोल करता है बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन की संपत्ति को भी अपनी निजी संपत्ति मानता है। हमने कभी इस पर बहस नहीं की कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने आजादी के आंदोलन में बड़ा काम किया लेकिन वह अतीत की बात है। कांग्रेस का कहना है कि वह आंदोलन हमारे परिवार की परंपरा है, इसलिए कांग्रेस पार्टी का नेता परिवार से होगा और दूसरा उस आंदोलन से जुड़े हुए अखबार हैं, उनके शेयर, उनकी संपत्ति भी कांग्रेस की संपत्ति है, जो कि नेशनल हेराल्ड घोटाले का पूरा सार है।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस की हरकत भारत के लोकतंत्र में बहुत बड़ी गिरावट है, क्योंकि लोकतंत्र लोक लाज से चलता है और कांग्रेस पार्टी लोक लाज कितना समझती है, वह पूरे देश के सामने है। कांग्रेस कहती है कि चुनाव में भाजपा हताश है इसलिए वह जांच एजेंसियों का उपयोग कर रही है। क्या मतलब है इसका? घोटाले करो आप और जांच एजेंसियां कार्रवाई करे तो ठीकरा दूसरों पर फोड़ दो! कांग्रेस सब जगह चुनाव हार रही है।
श्री प्रसाद ने कहा कि नेशनल हेराल्ड का प्रकरण कब का है, इसको याद करना जरूरी है। नेशनल हेराल्ड को आजादी के आंदोलन में कांग्रेस के विचारों को रखने के लिए अखबार बनाया गया था, देश की आजादी के आंदोलन में बड़े-बड़े नेता इसके साथ जुड़े हुए थे। इसको भारी संपत्ति मिली दिल्ली में बहादुर शाह ज़फ़र मार्ग पर, मुंबई, लखनऊ, मोहाली, पंजाब सब जगह इनकी प्रॉपर्टी है। अखबार जब बंद हो गया तो उस पूरी संपत्ति का व्यावसायिक उपयोग शुरू हो गया और फिर इसकी पूरी संपत्ति को परिवार के नाम कर दिया गया। 2008 में कांग्रेस पार्टी ने एजेएल को ₹90 करोड़ का ऋण दिया था। उस समय कहा गया था कि ₹90 करोड़ के ऋण माफ कर दिए जाएंगे, लेकिन असोसिएट जनरल को कुछ काम करना पड़ेगा और पूरा 99% शेयर गांधी परिवार को ट्रांसफर करना होगा। जिसके बाद यंग इंडिया नाम की संस्था बनाई जाती है, जिसमें 36% डायरेक्टर राहुल गांधी, 36% सोनिया गांधी और नोमिनल शेयर होल्डर थे मोती लाल वोहरा जी। उसमें कहा गया कि 90 करोड़ रुपए का ऋण उसके ऐवज में पूरा 99% शेयर यंग इंडिया को वापस कर दिया जाए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए स्वतंत्रता संग्राम की विरासत को बंद करना और उससे किराया लेना अनैतिक करार दिया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी ने सरकारी संपत्ति को निजी संपत्ति बना लिया। उन्होंने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि ये परिवार धोखे और नियमों का उल्लंघन कर व्यापार करता है। लगातार कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा के सस्ते दामों में जमीन खरीदने का भी जिक्र किया।
श्री प्रसाद ने कहा कि 2014 में भाजपा की सरकार बनने से पहले ही इन (गांधी परिवार) पर एक निजी शिकायत दर्ज की गई। इस शिकायत पर संज्ञान लिया गया तो सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी इस शिकायत के इसके खिलाफ क्रमवार निचले क्रम, उच्च और उच्चतम न्यायालय में गए जहां इन्हें राहत नहीं मिली। तत्पश्चात आयकर विभाग की कार्रवाई में लेनदेन को फ्रॉड पाया गया और इन्हें पूरा टैक्स भरने के लिए कहा गया। इस कार्रवाई के खिलाफ ये दोनों आयकर विभाग अपीलीय अधिकरण में गए जहां इनकी अपील को खारिज कर दिया गया। इसके बाद उन्हें उच्च एवं उच्चतम न्यायालय से भी राहत नहीं मिली। इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को भी बंद कराने की कोशिश की गई।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि जब इनसे प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ की तो इन्होंने कहा कि हमें कुछ नहीं पता, सब कुछ मोतीलाल वोरा जी ने किया और इन दोनों ने पूरा ठीकरा स्वर्गीय मोतीलाल वोरा के सिर फोड़ दिया। मोतीलाल वोरा तो बिना गांधी परिवार की मंजूरी के कोई कार्य नहीं किया करते थे। आज इनकी संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त कर ली है। इसकी कवायद भाजपा की सरकार बनने से पहले ही शुरू हो गई थी। संभवतः जून 2014 के पहले हफ्ते में ही न्यायालय ने इस मामले का संज्ञान ले लिया था। कांग्रेस चाहती है कि ये भ्रष्टाचार करें, जनता को लूटें लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई न हो।
श्री प्रसाद ने ट्रायल कोर्ट द्वारा दिए गए समन को पढ़ा जिसमें लिखा था कि “ये पाया गया है कि यंग इंडिया सार्वजनिक पैसे को निजी पैसे में बदलने और ₹2 हजार करोड़ की संपत्ति पर कब्जा करने के लिए संगठित की गई कंपनी है”। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों पर धारा 420 जैसी कई गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं, आयकर विभाग इनके ऊपर कार्रवाई कर चुका है और आज जब इनके ऊपर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई हुई। कांग्रेस जब चुनाव हारने के कगार पर है तो कह रही है कि लोकतंत्र की हत्या हुई है। उन्होंने कांग्रेस के इस वक्तव्य को बिना सर पैर का बयान बताया। कांग्रेस परिवार को उनके द्वारा की गई लूट, भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का जवाब देना होगा और वो इससे भाग नहीं सकते।
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