Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Shri Pradeep Bhandari


द्वारा श्री प्रदीप भंडारी -
12-04-2025
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रदीप भंडारी की प्रेसवार्ता के मुख्य बिंदु

 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संरक्षण में पश्चिम बंगाल में हिन्दू विरोधी हिंसा हो रहे हैं, और वो उसे बढ़ावा दे रही हैं।

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ममता सरकार के मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी ने भीड़ को सार्वजनिक रूप से उकसाया और कहा कि हमें ममता बनर्जी का संरक्षण प्राप्त है। आजादी के बाद आज सिद्दीकुल्ला चौधरी वही कर रहे हैं, जो सुहरावर्दी ने आजादी से पहले किया था।

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सिद्दीकुल्ला चौधरी ने खुले मंच से कहा कि ममता बनर्जी को उनका फोन आया था और वे इस हिंसा से खुश हैं।

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स्वामी विवेकानंद, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और रविंद्रनाथ ठाकुर की भूमि को आज ममता बनर्जी ने तुष्टिकरण की प्रयोगशाला बना दी है।

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एक ओर ममता बनर्जी का पुलिस प्रशासन शिक्षकों पर लाठी-डंडे चलाता है, लेकिन जब मालदा, मुर्शीदाबाद, नदिया, जहांगीपुर और अन्य इलाकों में हिंदुओं पर हमले होते हैं तो पुलिस शांत रहती है।

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सीएम ममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल के हिंदुओं को सरस्वती पूजा करने के लिए कोर्ट के दरवाजे खटखटाने पड़ते हैं। रामनवमी पर शोभायात्रा निकालने के लिए कोर्ट जाना पड़ता है और दुर्गा पूजा के पंडालों पर हमले हो जाते हैं।

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2021 की हिंदू विरोधी पोस्ट पोल हिंसा के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि बंगाल में तो कानून का शासन बचा है और राज्य में शांति है।

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एक ओर ममता बनर्जी के मंत्री हिंदुओं के बारे में अपमानजनक बयान देते हैं और दूसरी ओर जब हिंदुओं पर हमला हो रहा है तो ममता बनर्जी चुप हैं। पश्चिम बंगाल की यह स्थिति एक सुनियोजित षड्यंत्र है जिसके लिए ममता बनर्जी लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।

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भारतीय जनता पार्टी सीएम ममता बनर्जी से मांग करती हैं कि वह इस हिंसा को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करें और पश्चिम बंगाल में कानून- व्यवस्था सुनिश्चित करें।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रदीप भंडारी ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन बिल को लेकर हो रही हिंसा को राज्य सरकार द्वारा समर्थित घटना करार दिया और पश्चिम बंगाल सरकार एवं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कड़ी आलोचना की। श्री भंडारी ने कहा कि एक ओर देश के अन्य राज्यों में वक्फ कानून के खिलाफ कानूनी एवं शांतिपूर्ण विरोध हुआ है, लेकिन ममता सरकार वक्फ मुद्दे का राजनीतिकरण कर मामले को अनावश्यक रूप से तूल दे रही है।

 

श्री भण्डारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जो हिन्दू विरोधी लक्षित हिंसा हो रही है, उसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बढ़ावा दे रही हैं और उसका समर्थन कर रही हैं। पश्चिम बंगाल में हो रही लक्षित हिन्दू विरोधी हिंसा को ममता बनर्जी का संरक्षण मिल रहा है। संसद में पारित वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर एक तरफ देश भर में स्वीकार्यता की लहर है, हालांकि कुछ एक शांतिपूर्ण विरोध भी हो रहे हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल में तुष्टिकरण के नाम पर स्वामी विवेकानंद, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और रवींद्रनाथ ठाकुर की भूमि को आज ममता बनर्जी ने तुष्टिकरण की प्रयोगशाला बना दी है। पश्चिम बंगाल से सटे राज्य असम में सब कुछ शांतिपूर्ण है, और देश के हर कोने में भी शांति है, लेकिन बंगाल में ही हिंसा हो रही है। क्योंकि ममता बनर्जी इसे बढ़ावा दे रही हैं।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री भण्डारी ने कहा कि आज पूरे मीडिया में ये दृश्य है कि ममता बनर्जी के करीबी सिद्दीकुल्ला चौधरी ने खुले मंच से कहा कि ममता बनर्जी को उनका फोन आया था और वो इस बात से खुश हैंपुलिस प्रशासन एक तरफ शिक्षकों पर लाठी और डंडे चलाता है क्योंकि एसएससी घोटाले में ममता बनर्जी बेनकाब हो चुकी हैं। दूसरी ओर, जब लक्षित रूप से मालदा, मुर्शीदाबाद, नादिया, जहांगीपुर और अन्य इलाकों में हिंदुओं पर हमले होते हैं, तो पुलिस शांत रहती है। पुलिस पर पत्थर फेंके जाते हैं, तब भी पुलिस शांत रहती है। जब बीडीओ कार्यालय पर हमला होता है, तो भी पुलिस शांत रहती है, क्योंकि पुलिस को ममता बनर्जी का निर्देश है कि हिंसा होने दी जाए। कोलकाता में हुई हिंसा की एक तस्वीर को प्रस्तुत करते हुए श्री भण्डारी ने कहा कि जहां घटना हुई वह स्थान कोलकाता के बीचों-बीच है और उत्तर कोलकाता में स्वामी विवेकानंद के पैतृक घर के पास है, जहां एक भगवा ध्वज को एक भीड़ में किसी व्यक्ति ने हटा दिया लेकिन ममता बनर्जी के प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। शमशेरगंज में एक हिंदू महिला की दुकान पर हमला किया जाता है और ममता बनर्जी चुप रहती हैं।

 

श्री भण्डारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल पूछे कि क्या पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की सुरक्षा और शांति की आपकी (ममता बनर्जी) जिम्मेदारी नहीं है? कानून व्यवस्था राज्य विषय है और ममता बनर्जी इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। रेलवे ट्रैक पर 500 से अधिक लोगों की भीड़ इकट्ठी हो जाती है, फिर भी ममता बनर्जी का प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता, क्योंकि यह क्रोनोलॉजी है। जब से 5 अप्रैल को ममता बनर्जी ने यह सार्वजनिक बयान दिया कि वह वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध करेंगी, उसके बाद उनके करीबी मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी ने भीड़ को सार्वजनिक रूप से उकसाया और कहा कि हमें ममता बनर्जी का संरक्षण प्राप्त है। आजादी के बाद आज सिद्दीकुल्ला चौधरी जो कर रहे हैं, वही सुहरावर्दी ने आजादी से पहले किया थाममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल के हिंदुओं को सरस्वती पूजा करने के लिए कोर्ट के दरवाजे खटखटाने पड़ते हैं। रामनवमीं में शोभायात्रा निकालने के लिए भी कोर्ट के दरवाजे खटखटाने पड़ते हैं और दुर्गा पूजा पंडाल पर हमले होते हैं, फिर भी ममता बनर्जी हिंदुओं को दोषी ठहराती हैं क्योंकि ममता बनर्जी कह चुकी हैं कि उनके लिए सनातन धर्म गंदा है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री भण्डारी ने ममता सरकार से सवाल पूछे कि ममता बनर्जी के प्रशासन और पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? मुर्शीदाबाद में हो रही हिंसा की घटनाओं पर क्यों रोक नहीं लगाई गई? क्योंकि ममता बनर्जी यह संदेश देना चाहती हैं कि बंगाल को तुष्टिकरण की प्रयोगशाला बना रही हैं। आज पश्चिम बंगाल में हर बंगाली के मन में और देश के हर भारतीय के मन में गुस्सा है। यह अन्याय ममता बनर्जी क्यों कर रही हैं? 5 अप्रैल को मुर्शीदाबाद में हिंसा होती है, 8 अप्रैल को सिदिकुल्ला चौधरी तृणमूल कांग्रेस की बैठक में हिंसा की बात करते हैं, 9 अप्रैल को फिर हिंसा होती है और 10 अप्रैल को कोलकाता में लोग सड़कों पर उतर आते हैं। यह सब दर्शाता है कि आज ममता बनर्जी बंगाल में जनता का विश्वास खो चुकी हैं। एसएससी घोटाले से ध्यान हटाने के लिए ममता बनर्जी इस हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं। यही वो ममता बनर्जी हैं, जिनके बारे में 2021 की हिंदू विरोधी पोस्ट पोल हिंसा के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा था कि बंगाल में तो कानून का शासन है और ही राज्य में शांति। ममता बनर्जी यह भूल चुकी हैं कि उनकी संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की सुरक्षा करें, जिसमें वह पूरी तरह विफल हो चुकी हैं।

 

श्री भण्डारी ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल में जो हिंसा की घटनाएं हो रही है, यह सारी घटनाएं ममता बनर्जी द्वारा समर्थित हैं और ममता बनर्जी द्वारा ही उकसाई गई है। इसलिए अब तक पुलिस ने कोई कठोर कार्रवाई नहीं की है। देश यह देख रहा है कि एक ओर ममता बनर्जी के मंत्री हिंदुओं के बारे में अपमानजनक बयान देते हैं और दूसरी ओर जब हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं, तो ममता बनर्जी चुप हैं। पश्चिम बंगाल में यह स्थिति एक सुनियोजित षड्यंत्र है और ममता बनर्जी इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मांग करती हैं कि वह इस हिंसा को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करें और बंगाल में कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करें। यदि वह इसमें विफल रहती हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि ममता बनर्जी पूरी तरह से हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं।

 

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